हेलो फ्रेंड्स कैसे है आप लोग होप करती हु की सब बढ़िया हो। तो चलो बिना समय गवाएं कहानी शुरू करते है।
रूचि जब नए टूशन गयी तो वह पे वो इतना गुल मिल गयी थी की उसको रौनक याद ही नहीं था। वो वह पे उनके नए फ्रेंड्स के साथ बहार जाती थी दिन भर उन लोगो के साथ रहती थी मस्ती करती थी उन सब में उसको रौनक की कभी याद आयी ही नहीं। और दूसरी तरर्फ रौनक हमेशा रूचि को याद करता था वो हमेशा सोचता था की कुछ ऐसा हो जाये और वो रूचि से एक बार मिलके बात कर सके। फिर क्या था ऐसे करते करते है उनके बोर्ड के एक्साम्स आ गए। उन दिनों में रूचि पूरी तरह से अपनी पढ़िए मे लगी हुयी थी। उसका इतना अच्छा पर्फोमन्स देखके उसके सरे फ्रेंड्स को लगता था की ये अवल नंबर से ही पास होगी। अब वो दिन आ गए थे जब उनके टूशन क्लास मे से उनकी बोर्ड एग्जाम ली जाने वाली थी। पर तब ही रूचि को एक दिन रात मे अचानक से पेट मे बोहत दर्द हुआ तो उसको हॉस्पिटल ले गए तब ड्रॉक्टर ने बताया की उसे पेट मे पथरी की वजह से ये दर्द हुवा है जिसकी वजह से अगली सुबह उसकी एग्जाम थी वो उसके लिए जा ना पायी।
फिर दूसरे दिन जब उसे ठीक लगा तो वो एग्जाम देने गए पर जब वो वापस घर आ रही थी तब उसने रौनक को देखा वो अपने दोस्त के साथ बाइक पर कही जा रहा था। इतने महीनो के बाद जब रूचि ने रौनक को देखा तो वो फुल्ली नहीं समां पा रही थी पर उस वक़्त वो और कुछ भी नहीं सकती थी क्युकी उसका घर नजदीक ही था और आस पास जान पहचान के लोग थे। उसके बाद रूचि घर आकर भी रौनक के बारे मे ही सोचे जा रही थी उसका ना तो पढ़ाई मे मन लग रहा था नहीं कही और बस उसने रौनक की जो एक जलक देखि उसी मे वो खो गयी थी। पर फिर भी रूचि ने अपने आप को सभाला और पढ़ाई शुरू कर दी। ऐसे ही उनके बोर्ड एग्जाम भी आ गए और कहत्म भी हो गए। उसके बाद रूचि अपनी छुटिया का मजा उठाने लगी वो अपने परिवार के साथ गुमने गयी , अपने मामा के घर जाकर रही ऐसे ही उसने अपनी छुटिया निकल दी फिर उसका एग्जाम का रिजल्ट भी आ गया और वो उसमे भी बोहत ही अच्छे नंबर से पास हुयी तो अब उसने एक अच्छी सी कॉलेज मे दाखला लेने के लिए मस्खत करने लगी।
पर उसे जिस कॉलेज मे जाना था वह पे उसका दाखला नहीं हुवा और कही और कही दूसरी कॉलेज मे हुवा इस बात से रूचि बोहत दुखी हो गयी थी। फिर ऐसे ही उसके कॉलेज जाने का पहला दिन आ गया पर रूचि नहीं जाना चाहती थी। फिर भी वो दुखी मन से कॉलेज पोहच ही गयी वो वह जाकर अपने क्लास मे बैठ गयी पर उसे कुछ अच्छा नहीं लग रहा था। तब एक लड़की उसके पास आके बैठी उसने उसके साथ बात की तो रूचि को अच्छा लगने लगा। फिर उसे पता लगा की वो लड़की भी उसके घर के पास ही रहती है तो फिर दोनों ने साथ मे ही कॉलेज आना जाना शुरू कर दिया। एक दिन रूचि अपने क्लास मे ही बैठी थी अभी क्लास शुरू होने मे टाइम था वो अपनी दोस्त के साथ बाते कर रही थी तब अचानक से रूचि की नजर बारी के बहार रौनक खड़ा था वह गयी उसे देखर रूचि घभरा गयी। उसे यकीन नहीं हो रहा था की रौनक भी उसी कॉलेज मे है।
फिर रूचि फटक से उठ गयी और बहार जाने लगी तभी उसकी दोस्त ने उसे बोला कहा जा रही ही क्लास शुरू होने वाली है अभी ५ मिनट्स मे। रूचि ने कहा वो बस २ मिनट्स मे आयी और वो बहार की तरफ जाने लगी। जैसे ही वो बहार गयी रौनक आगे जाने लगा वो उसको आवाज देना चाहती थी पर वो बोहत डर रही थी तो वो उसके पीछे पीछे चलती रही। तब रौनक एक क्लास मे जाकर बैठ गया तब रूचि को पता चला की उसने भी उसी फील्ड मे फॉर्म भरा है जिस मे रौनक ने भरा है पर दोनों के क्लास अलग अलग है। रूचि इस बात से बोहत खुश थी की अब वो और रौनक दोनों एक ही कॉलेज मे है पर रूचि जब से सब कुछ सोच रही थी तब अचानक से रौनक ने उसे देख लिया दोनों की आँखे एक हो गयी पर जैसे ही रौनक ने रूचि के पास आने के लिए कदम आगे बढ़ाये तभी रूचि जत से अपने क्लास मे जाकर बैठ गयी पर रौनक फिर भी उसके पीछे आया और वो बारी के बहार खड़ा हुवा। अब वो दोनों एक दूसरे की तरफ देखे जा रहे थे ये बात रूचि की दोस्त ने नोटिस करी। तब उसने रूचि को टटोल के बोला क्लास शुरू होने वाली है ये बात रौनक ने भी सुन ली और वो अपनी क्लास मे जाकर बैठ गया।
उसके बाद उनके लेक्चर आये तब उन्होंने कहा की हमारा जो दूसरा क्लास है उनमे अभी जगह है तो हम कुछ लोगो को वह पे शिफ्ट कर रहे है और उन्होंने एक पेपर निकाल के नाम बोलना शुरू किया। रूचि भी वो क्लास मे जाना चाहती थी जहा पे रौनक था पर लिस्ट मे जिनका नाम था वही वह पे जा सकते थे। तभी अचानक से उस लिस्ट रूचि की दोस्त का नाम आया ये सुनके वो दोनों एक दम शॉक हो गए। वो दोनों पहले दिन से साथ मे थे और वो दोनों अच्छे दोस्त बन गए थे इसलिए वो दोनों अलग नहीं होना चाहते थे पर वो दोनों कुछ नहीं कर सकते थे। ना चाहते हुए भी उसकी दोस्त को वह जाना पड़ा और अब रूचि अकेली हो गयी थी और अब क्लास भी शुरू हो गयी थी अभी आधी क्लास ख़तम हुयी थी की दूसरे एक सर आये और उन्होंने कहा की जो भी दूसरे क्लास मे जाना चाहता है वो जा सकता है और वह से जिसको आना है वो आ सकता है पर इसके बाद अब किसी को भी परमिशन नहीं होगी शिफ्ट होने की। इतना सोचते ही रूचि ने सोच लिए की वो उस क्लास मे जाएगी जहा रौनक है और उसकी दोस्त भी है।
रूचि इतना सोच के उठ ही रही थी उसने देखा की रौनक उसकी दोस्त और कुछ दूसरे लोग इस क्लास मे आ रहे थे ये देखते ही रूचि जत से जाके पीछे जहा पे जगह थी वह बैठ गयी और फिर उसकी दोस्त भी वह आकर बैठ गयी वो दोनों साथ आ गए थे इसलिए वो दोनों इतने खुश थे की ये सब को दिख रहा था। फिर क्या था इतने मे ही रौनक ने रूचि के पीछे वाली जगह को ले लिए और वो वह बैठ गया रूचि ये सब देखर अब बोहत खुश थी। पर अभी रूचि की हिम्मत नहीं हो रही थी रौनक से बात करने की पर जब क्लास मे सब के व्हाट्सप्प पे ग्रुप बन गए तो उस ग्रुप रौनक भी था। उसके बाद रौनक ने व्हाट्सप्प मे से रूचि का नंबर लेके उसको मैसेज किया तो रूचि ने पूछा कौन हो तुम तब सामने से रौनक ने जवाब दिया की मे रौनक हु ये देख कर तो रूचि के पेरो तले ज़मीन ही निकल गयी। पर रूचि ने अपने आपको सभाला और कहा की तुम्हे मेरा नंबर कहा से मिला रौनक ने कहा मेने व्हाट्सप्प ग्रुप मे से लिया है अगर तुम्हे प्रॉब्लम हो तो मे अभी तुम्हारा नंबर डिलीट कर देता हु पर रूचि ने कहा की नहीं कोई बात नहीं मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है।
इस तरह से फिर उन दोनों के बीच बात शुरू हो गयी। फिर रौनक ने उसे पूछा की तुमने उस दिन वो चिठ्ठी क्यों नहीं ली थी और कुछ बोले बिना क्यों चली गयी थी। तब रूचि ने कहा की जब तुमने मुझे बुलाया तब मेने आगे देखा तो वह से मेरे क्लास की दो लड़की आ रही थी ये देखर मे बोहत डर गयी थी तो ऐसे जत से वह से चली गई। रौनक ने कहा अच्छा ऐसी बात थी मुझे लगा की शायद तुम मुझसे बात नहीं करना चाहती थी इसलिए वह से चली गई रूचि ने कहा नहीं ऐसी कोई बात नहीं थी पर मुझे ये तो बताओ की वो चिठ्ठी मे क्या था। रौनक ने कहा की मेने उसमे अपने मन की बात लिखी थी और साथ मे मेरा नंबर। रूचि ने कहा मन की कोनसी बात जो बोल नहीं सकते थे। रौनक ने कहा की थी ऐसी बात रूचि ने कहा मुझे बताओ अभी रौनक ने कहा अभी नहीं कल हमारी कॉलेज की पार्टी है ना वह पे मिलके बताऊंगा।
रूचि ने कहा ठीक है। फिर दूसरे दिन रूचि अच्छे से सज के पार्टी मे गई उसने जाते ही रौनक को इधर उधर ढूढ़ना शुरू कर दिया आखिर मे उसने रौनक को देखा जब उसने रौनक को देखा तो देखते ही रहे गई वो इतना हैंडसम लग रहा था की वो कुछ बोल ही नहीं पायी। उतने मे रौनक ने भी रूचि को देखा वो भी उसे देखते ही रहे गया फिर रौनक रूचि की तरफ आया और रूचि से कहा आज तो तुम बोहत अच्छी दिख रही हो रूचि ने कहा तुम भी अब तुम मुझे बताओ वो चिठ्ठी वाली बात। रौनक ने कहा अच्छा तुम्हे वो बात सुनी ही है रूचि ने कहा हा मुझे बताओ रौनक ने रूचि का हाथ पकड़ा और उसे सब से दूर ले जाकर कहा की मेने वो चिट्ठी मे लिखा था की मे तुमसे बोहत प्यार करता हु जब से मेने तुम्हे देखा तबसे। हम दोनों 5th std मे थे तब से लेके आज तब मे ने कई बार ये कोशिस की मे तुम्हे ये बात कहे सकू पर मौका ही नहीं मिला। पर आज मे तुमसे कहता हु रूचि I Love You। रूचि एक दम शॉक थी वो खुश भी हो रही थी डर भी रही थी पर रौनक ने उसे कहा बोलो तुम भी क्या तुम भी मुझसे प्यार करती हो अगर तुम्हारी ना है फिर भी कोई प्रोब्लेम्स नहीं मे तुम्हे फाॅर्स नहीं करूँगा। रूचि ने कहा नहीं। रौनक ने कहा तो फिर बोलो क्या तुम मुझसे प्यार करती हो ? रूचि ने इधर उधर देखा वो अपनी उंगलियों से खेले ने लगी। रौनक ने उसका हाथ पकड़ा और उसे अपने तरफ खींच के पूछा रूचि बोलो क्या तुम मुझसे प्यार करती हो रूचि ने उसकी आखो मे देखा और कहा की हा मे तुमसे बोहत प्यार करती हु और वो भी तमसे जबसे मेने तुम्हे 5th std मे पहेली बार देखा था। इतना कहते ही दोनों ने एक दूसरे को हग कर दिया और तभी दोनों के दोस्त वह पे आगये। और उनको बढ़िया देने लगे।
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